Arshdeep was proud of being selected in Team India

टीम इंडिया में सलेक्शन होने पर गद्गद हुए अर्शदीप, देखें क्या कहा...

Arshdeep

Arshdeep was proud of being selected in Team India

मोहाली। टीम इंडिया में सलेक्शन के बाद खुशी से गद्गद अर्शदीप (Arshdeep) ने कहा कि 'मैं खुशकिस्मत हूं कि भगवान ने मुझे दूसरी बार देश के लिए खेलने का मौका दिया है। अर्शदीप (Arshdeep) इससे पहले अंडर-19 वल्र्ड कप में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, अब उनका चयन सीनियर टीम के लिए हुआ है।

अर्शदीप सोमवार देर शाम को आईपीएल-15 के अपने मैच खेलकर घर पहुंचे। वह चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरने के बाद सीधे मोहाली स्थित सिंह शहीदां गुरुद्वारा साहिब गए। यहां दर्शन कर उन्होंने माथा टेका और फिर खरड़ अपने घर पहुंचे। अर्शदीप ने कहा कि भगवान ही सब कुछ देता है इसलिए उसे हमेशा याद रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब भी कोई खिलाड़ी शुरुआत करता है तो उसका सपना देश का प्रतिनिधित्व करने का ही होता है। अंडर-19 वल्र्ड कप में देश के लिए खेल चुका हूं, अब सीनियर वर्ग में टीम इंडिया का हिस्सा बन उत्साहित हूं। अब देश का प्रतिनिधित्व करने की ख्वाहिश पूरी हो रही है।

अर्शदीप (Arshdeep) के कोच जसवंत राय भी परिवार के साथ उन्हें एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचे। अर्शदीप के घर पहुंचते ही उनसे मिलने के लिए लोगों का तांता लग गया। परिवार को पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने बधाई दी। घर पर अर्शदीप ने माता-पिता और अपने कोच जसवंत राय के साथ कुछ पल बिताए। परिजनों ने अर्शदीप को मिठाई खिलाकर मुंह मीठा किया। कोच जसवंत राय ने बताया कि अर्शदीप सिंह संभवत: 4 या 5 मई को साउथ अफ्रीका के साथ होने वाली सीरीज के लिए चला जाएगा। वहां वह इंडियन टीम के साथ प्रैक्टिस करेगा। पहला मैच दिल्ली में खेला जाना है। 9 जून से सीरीज शुरू होगी।

कोच जसवंत (Jaswant) ने बताया कि अर्शदीप 13 साल की उम्र में उनके पास क्रिकेट कोचिंग लेने आया था। 10 साल से उनकी कोचिंग में है। पहले अर्शदीप सेक्टर-36 स्थित जीएनपीएस में कोचिंग लेने पहुंचता था। बाद में अकादमी सेक्टर 24 स्थित एसडी स्कूल में शिफ्ट हो गई, वहां तीन साल से अर्शदीप कोचिंग ले रहा है।

जसवंत राय खुद 70 First क्लास मैच खेल चुके हैं। 10 सालों तक हिमाचल प्रदेश में जूनियर और सीनियर टीम सिलेक्टर रह चुके हैं। बीसीसीआई से लेवल ए का रिफ्रेशर कोर्स कर चुके हैं। 1986 से 2000 तक उन्होंने क्रिकेट खेला है। हिमाचल प्रदेश के अंडर-15 के वर्ष 2001 में कोच रहे। 2006 में हिमाचल टीम के कोच रहे हैं। पिछले कई सालों से वह युवा क्रिकेटर्स को कोचिंग दे रहे हैं। हर वर्ष उनसे कोचिंग लिए 8 से 10 खिलाड़ी हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और यूटीसीए से खेलते हैं।